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Tuesday 12 March 2013

दूसरी दुनिया में अपने ....

इंसानों की इस दुनिया में,
कुछ लोग आपके बेहद
करीब होते हैं  l
पर अचानक हो जाते हैं
शुन्य में विलीन कहीं;
बिना बताये, चुपके से
जैसे की कभी थे ही नहीं l l

         धीरे - धीरे भर जाते हैं आपके घाव,
         और उनकी यादें भी धुंधलाने लगती हैं l
         पर वो नहीं भूलते आपको,
         शामिल हैं वो आपकी खुशियों में,
         और दुःख में भी l

दिन और रात देखते हैं आपको
कठिनाइयों से जूझते हुए,
सीढ़ी दर सीढ़ी ऊपर चढ़ते हुए;
करते हैं वो सिफारिश ऊपर वाले से,
आपकी खुशियों के लिए।
     
         निगरानी है उनकी आपकी हर हरकत पर,
         अच्छी और बुरी दोनों ही।
         आपका पथ प्रकाशित करें वो लोग
         जो इंसानों की इस दुनिया में;
          कभी आपके बेहद करीब होते हैं।।
                                                      -दादा जी को समर्पित
                                 

11 comments:

  1. very touchy lines... Kinshu

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  2. behtareeen panktiyan.. aapke dadajee ko naman
    mere blog par jo post hai, uske liye bhi ye lines sarthak si lagti hai.. isliye man atak gaya...

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  3. .दिन और रात देखते हैं आपको
    कठिनाइयों से जूझते हुए,
    सीढ़ी दर सीढ़ी ऊपर चढ़ते हुए;
    करते हैं वो सिफारिश ऊपर वाले से,
    आपकी खुशियों के लिए।.Kinshu bahut badhiya likha hai....

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  4. बहुत सुन्दर बात कही है हिमांशु ....
    बहुत अपना सा ख़याल लगा...

    अनु

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  5. जो लोग हमसे बिछड़ जाते हैं..हमें दिखाई नहीं देते पर हमेशा हमारे साथ होते हैं हमारे ह्रदय में हमेशा के लिए बस जाते हैं...आपके दादाजी का आशीर्वाद सदैव आपपर रहेगा। बहुत सुन्दर लिखा है आपने। शुभकामनाएं आपको
    मेरे ब्लॉग पर आने के लिए धन्यवाद।

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  6. Exellent expression of your feelings

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  7. हिमांशु जी बहुत ही भावपूर्ण अभिव्यक्ति । ..............मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आभार ।

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  8. आपका पथ प्रकाशित करें वो लोग
    जो इंसानों की इस दुनिया में;
    कभी आपके बेहद करीब होते हैं।।

    आशीष और शुभकामनाएं

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  9. जो इंसानों की इस दुनिया में;
    कभी आपके बेहद करीब होते हैं।।

    ...Very touchy lines Himanshu ji

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